यूरिया संकट पर बरमकेला में कांग्रेस का उग्र प्रदर्शन, दिनभर चक्का जाम, पुलिस बल तैनात
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बरमकेला दिनांक 12/08/2025— क्षेत्र में यूरिया खाद की गंभीर कमी को लेकर आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बरमकेला के सुभाष चौक में उग्र प्रदर्शन किया। किसानों की समस्या को लेकर सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां, बैनर और झंडे लेकर चौक पर एकत्र हुए और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शन इतना तेज हो गया कि सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 01 बजे तक बरमकेला मुख्य चौक पर यातायात पूरी तरह ठप रहा। सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बरमकेला और आसपास के ग्रामीण इलाकों में यूरिया की भारी कमी है, जिससे किसान फसलों में खाद डालने के लिए परेशान हैं। खेतों में धान और अन्य खरीफ फसलों को उर्वरक की तत्काल आवश्यकता है, लेकिन खाद केंद्रों में पर्याप्त स्टॉक नहीं होने के कारण किसान बार-बार चक्कर काट रहे हैं। कई किसानों ने यह भी बताया कि खाद लेने के लिए उन्हें लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ता है और फिर भी उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्होंने पहले भी प्रशासन और कृषि विभाग को इस संकट की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। “जब तक प्रशासन किसानों को राहत नहीं देगा और पर्याप्त मात्रा में यूरिया की आपूर्ति नहीं करेगा, तब तक हम सड़कों पर उतरकर आंदोलन करते रहेंगे,” एक स्थानीय कांग्रेस नेता ने कहा।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया। बरमकेला थाने के प्रभारी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने चौक और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। हालांकि, प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
जाम के कारण बरमकेला बाजार से गुजरने वाले यात्रियों और वाहन चालकों को घंटों इंतजार करना पड़ा। कई यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी से नाराज दिखे। स्थानीय दुकानदारों का कहना था कि जाम और प्रदर्शन की वजह से व्यापार पर भी असर पड़ा।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य सरकार से अतिरिक्त यूरिया स्टॉक की मांग की गई है और जल्द ही किसानों को राहत मिलेगी। विभाग के एक अधिकारी ने आश्वासन दिया कि अगले कुछ दिनों में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि यूरिया संकट जल्द समाप्त नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन की होगी। किसानों ने भी साफ कहा कि खाद उनकी फसलों के लिए जीवनरेखा है, और समय पर इसकी आपूर्ति नहीं हुई तो फसल उत्पादन पर गंभीर असर पड़ेगा।
आज का यह प्रदर्शन न केवल किसानों की परेशानी का प्रतीक था, बल्कि यह भी दिखाता है कि बरमकेला और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि संकट कितना गहरा है। प्रशासन को अब इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम उठाने की आवश्यकता है, वरना आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र हो सकता है।