संत रामपाल जी के विशाल आध्यात्मिक सत्संग कार्यक्रम शांति पूर्वक संपन्न हुआ
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छत्तीसगढ़ के चिरमिरी नगर में दिनांक 1/6/2025 को संत रामपाल जी महाराज के पावन सानिध्य में एक दिवसीय विशाल सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया,
इस कार्यक्रम में सत्संग, रक्तदान, देहदान, दहेज मुक्त विवाह जैसे अनेक समाजोपयोगी आयोजन एक ही मंच पर देखने को मिले। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन की दिशा में एक ठोस कदम भी सिद्ध हुआ।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए गए सत्संग में परमात्मा की पहचान, सच्ची भक्ति विधि और मानव जीवन का उद्देश्य सरल भाषा में समझाया गया। उनके प्रवचनों ने हजारों लोगों को आत्मिक शांति का अनुभव कराया।
“रक्तदान जीवनदान” के संदेश को आत्मसात करते हुए श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से — यूनिट रक्तदान कर मानव सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के दौरान तीन जोड़ी वर-वधू ने बिना किसी दहेज और तामझाम के सरल, सादगीपूर्ण पवित्र विवाह संपन्न किए। (सुलेखा दासी- नजेंद्र दास) (गायत्री दासी – वीर नाथ) (सुमित्रा दासी- चंद्रपाल दास) यह वर्तमान समय की सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध एक मजबूत संदेश है।
सतभक्ति का मार्ग अपनाया और अपने जीवन को आध्यात्मिक दिशा में अग्रसर करने का संकल्प लिया।
“यह आयोजन समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। आज की पीढ़ी को ऐसी दिशा देने की आवश्यकता है, जो उन्हें आत्मिक और नैतिक रूप से सशक्त बनाए। मैं संत रामपाल जी महाराज के कार्यों की सराहना करता हूँ, जो न केवल आध्यात्मिक ज्ञान दे रहे हैं बल्कि समाज में व्याप्त बुराइयों को जड़ से समाप्त करने का प्रयास भी कर रहे हैं।”
हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल हुए और पूरे कार्यक्रम में अद्भुत अनुशासन, स्वच्छता और व्यवस्था का परिचय दिया। महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों की विशेष भागीदारी ने इस आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया।
चिरमिरी में संपन्न यह कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक आयोजन था, बल्कि यह समाज में जागरूकता, नैतिकता और सेवा भाव को प्रोत्साहित करने का माध्यम बना। संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाएं आज लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं, और ऐसे आयोजन समाज के लिए नई राह दिखा रहे हैं।