स्कूल में शिक्षक पर हमला — लैलूंगा पुलिस ने जानलेवा हमले को बताया ‘सामान्य अपराध’!
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लैलूंगा/रायगढ़।– शिक्षा के मंदिर में घुसकर शिक्षक से मारपीट और लूट करने के मामले में लैलूंगा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। घटना 6 अक्टूबर की बताई जा रही है, जब शासकीय प्राथमिक शाला देवगुडीपारा में पदस्थ शिक्षक प्रेमसाय यादव के साथ तीन युवकों ने स्कूल परिसर में ही मारपीट की और उनके जेब से 5 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए।
पीड़ित शिक्षक ने जब इस गंभीर वारदात की शिकायत लैलूंगा थाना में दर्ज करानी चाही, तो थाना कर्मियों ने कथित तौर पर उसकी बात सुनने के बजाय उसे थाने से ही भगा दिया।
न्याय की उम्मीद में शिक्षक प्रेमसाय यादव ने अगले ही दिन 7 अक्टूबर को रायगढ़ पुलिस अधीक्षक के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के बाद लैलूंगा पुलिस ने आरोपियों अमन गुप्ता, सागर गुप्ता और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ अपराध क्रमांक 266/25 दर्ज किया है। परंतु पुलिस ने इस घटना को केवल सामान्य धाराओं — 296, 115(2), 351(2), 3(5) के तहत दर्ज किया है।

पीड़ित का आरोप — जान से मारने की कोशिश की बात दबाई गई….
पीड़ित शिक्षक ने अपने आवेदन में स्पष्ट रूप से लिखा है कि आरोपी ग्रे रंग की बेलेनो कार में सवार होकर स्कूल आए थे और उन्होंने रॉड व बड़े पेचकश से उस पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की।
फिर भी पुलिस की रिपोर्ट में न तो कार का जिक्र है, न ही हथियारों का उल्लेख।
लाभ पहुंचाने का आरोप….
स्थानीय लोगों का कहना है कि लैलूंगा पुलिस ने आरोपियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से गंभीर अपराध को सामान्य अपराध में तब्दील कर दिया, जिससे आरोपियों का मनोबल बढ़ गया है।
शिक्षक समुदाय और ग्रामीणों ने इस घटना को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
लोगों का कहना है कि शिक्षा संस्थानों में इस तरह की घटनाओं पर पुलिस की नरमी बेहद शर्मनाक है, जो भविष्य में अपराधियों को खुली छूट देने का काम कर सकती है।।
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